थककर बैठा क्यों है उठ चल थककर क्या हासिल होगा इन्हीं दुआओं के सहारे चल रहा हूँ आज भी थककर बैठा क्यों है उठ चल थककर क्या हासिल होगा इन्हीं दुआओं के सहारे चल रहा हूँ आ...
मै बस चैन से जीना चाहता हूँ मै बस चैन से जीना चाहता हूँ
मैं बलिदान किया करता हूँ, जीवन यूँ ही जिया करता हूँ ... मैं बलिदान किया करता हूँ, जीवन यूँ ही जिया करता हूँ ...
तुम्हारा नाम लिखते लिखते दिल के पन्ने भी कम पड़ गऐ ---- सोचा है लिखूँ मैं हवाओं पर नैनों से नाम तेरा... तुम्हारा नाम लिखते लिखते दिल के पन्ने भी कम पड़ गऐ ---- सोचा है लिखूँ मैं हवाओं ...
राहु केतु की दशा, का हो शायद उद्धार पत्नी जी के भाग से, बन जाये सरकार राहु केतु की दशा, का हो शायद उद्धार पत्नी जी के भाग से, बन जाये सरकार
पत्थर को खुदा और खुदा को पत्थर बना सकती है। पत्थर को खुदा और खुदा को पत्थर बना सकती है।